Monday 21 February 2011

Artificial mind


Date 5/3/2010
Time:4:15 am
A artificial mind (बाजार में बिकेगा मस्तिष्क )
एक बना बनाया mind बिकेगा बाजार में खोपड़ी में ओरिजनल mind की जगह duplicate mind भी लगवा सकेगे लोग जिन लोगो की बुधि तेज नहीं हे जिनकी याददाश्त कमजोर हे सोचने समझने की शक्ति ख़त्म हो गई हे उनके लिए यह पद्धति कारगर सिद्धे होगी एक नकली mind लगवाने की तथा यह mind उन dead या कोमा में गए लोगो के लिए यह mind वरदान साबित होगा जो की जीवित रहते हुए भी मृत हे !उनके लिये यह mind जीवंनप्रदाता होगा उस mind में अक प्रोग्राम होगा एक सॉफ्टवेयर होगा जीसमे उसकी दीनचरिया (with the help of artificial inteligency) उसका रहन सहन , उसकी अक्तिविटी और उससे सम्बंधित डाटा सेव होगे जिससे वो समझ पायेगा की पहले वह क्या था , वह क्या करता था ! यह दिमाग उन लोगो के लिए भी कारगर सिद्ध होगा जो लोग हमेसा अवसाद में रहते है. किसी को भुलाना चाहते हैं, यादाश्त तेज नहीं है ,जो सामान्य calculation का कार्य भी नहीं कर पता है और हर कार्य को कठिन मानता है, इस दिमाग में artificial inteligency के प्रोग्राम स्टोर होंगे, जो मानव के सोचने समझने की शक्ति और पुरे शरीर को संचालित करेंगे ,इस दिमाग से दुकानदारो ब्यवसाईंयो स्टॉक होल्डर, बैंकर और प्रत्येक construction वर्क को फायदा होगा क्योंकि मानव से गलती होनी बंद हो जाएगी ,लेकिन इस दिमाग से दुष्प्रभाव यह होगा की पूरा शरीर हाड-मांस का जरुर है लेकिन दिमाग मशीन होगा और मशीन फीलिंग्स को एक स्टोर प्रोग्राम तक ही समझ पायेगी लेकिन नेनो फीलिंग्स या छोटी-छोटी फीलिंग्स तो नहीं समझ पायेगी चाहे कितनी भी artificial intelijency का प्रयोग कर लो ,एक दुसरे मनुष्य की संवेदना तो मनुष्य ही समझ सकता है, क्योंकि मानव की हर क्रिया प्रोग्राम पर निर्भर हो जाएगी जैसे खाना खाने का प्रोग्राम, कार्य करने का प्रोग्राम, प्यार, मोहब्बत, emotions , लगाव, प्रॉब्लम, धर्म, जाती,सम्प्रदाय, उनके लिए क्या करेंगे !
With regards

Avon panwar
Writer
BUIT Bhopal
9425975920

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